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हिंदी कविता hindikavita नारी मूर्ती नहीं इंसान है माँ भगवान है माँ साक्षात् ईश्वर का स्वरूप ह #ज़िंदगी क्या है कुछ #ख्याल कुछ #हक़ीकत कुछ #ख्वाहिशें #और कुछ भी नहीं कुछ नहीं भी और माँ से बड़ा कोई भी नहीं तेरे बिन और नहीं

Hindi माँ से बढ़कर और कुछ भी नहीं है। Poems